मुख्य बिंदु:
दौरा: राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने 26 सितंबर, 2024 को सियाचिन बेस कैंप का दौरा किया और वहां तैनात सैनिकों से मुलाकात की।
सियाचिन युद्ध स्मारक: उन्होंने सियाचिन युद्ध स्मारक पर शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की। यह स्मारक 1984 में ऑपरेशन मेघदूत के बाद से शहीद हुए भारतीय सेना के वीर जवानों और अधिकारियों की याद में स्थापित किया गया है।
सैनिकों का संबोधन: राष्ट्रपति ने सैनिकों को संबोधित करते हुए उनकी बहादुरी और त्याग की सराहना की। उन्होंने कहा कि भारतीय नागरिक सशस्त्र बलों की बहादुरी को सलाम करते हैं और उनका बलिदान सभी के लिए प्रेरणादायक है।
चुनौतियाँ: राष्ट्रपति ने इस क्षेत्र में सैनिकों की कठिनाइयों का जिक्र किया, जहां जवान बेहद प्रतिकूल परिस्थितियों में शून्य से 50 डिग्री नीचे तापमान और जबरदस्त बर्फबारी के बावजूद मातृभूमि की रक्षा के लिए मुस्तैद रहते हैं।
सम्मान: उन्होंने जवानों के साहस और धैर्य को असाधारण बताया और कहा कि देशवासी उनके बलिदान और निष्ठा को हमेशा याद रखेंगे।
स्रोत: PIB Delhi
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