नमस्कार दोस्तों! आप सभी का स्वागत है सोशल अड्डाबाज़ पर! आज हम आपको 5 अक्टूबर के दिन की कुछ खास घटनाओं के बारे में बताने जा रहे हैं, जो इतिहास के पन्नों में दर्ज हैं।
5 अक्टूबर की कहानी का आगाज़ 1793 से होता है, जब फ्रांसीसी क्रांति के दौरान फ्रांस में ईसाई धर्म को विस्थापित किया गया। यह एक ऐसा पल था जिसने धार्मिक परंपराओं और राजनीतिक विचारधाराओं को चुनौती दी। इसके बाद, 1796 में स्पेन ने इंग्लैंड के खिलाफ युद्ध की घोषणा की, जिससे यूरोप में तनाव बढ़ गया।
1805 में, भारत में ब्रिटिश राज के दूसरे गवर्नर जनरल और कमांडर इन चीफ लार्ड कार्नवालिस का गाजीपुर में निधन हुआ, जिसने भारतीय राजनीति में एक नया मोड़ लाने की आवश्यकता को महसूस कराया।
1864 में, कलकत्ता शहर में एक भयानक चक्रवात ने लगभग 50,000 लोगों की जान ले ली। यह घटना हमें याद दिलाती है कि प्राकृतिक आपदाएं कितनी विनाशकारी हो सकती हैं।
1915 में, बुल्गारिया ने प्रथम विश्व युद्ध में हिस्सा लिया, जो वैश्विक संघर्षों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गया।
1946 में, पहले कान फिल्म समारोह का समापन हुआ, जो फिल्म उद्योग में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुआ। और 1948 में, तुर्कमेनिस्तान की राजधानी अश्क़ाबात में आए भूकंप ने 110,000 लोगों की जान ले ली, जिससे देश में अराजकता का माहौल बन गया।
1962 में, जेम्स बॉंड सीरीज की पहली फिल्म ‘डॉ. नो’ रिलीज हुई। यह फिल्म विश्व सिनेमा में एक नया अध्याय शुरू करने का संकेत थी।
1988 में, ब्राजील की संविधान सभा ने संविधान को मंजूरी दी, जिससे लोकतंत्र की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया। वहीं, 1989 में न्यायमूर्ति मीरा साहिब फ़ातिमा बीबी सुप्रीम कोर्ट की पहली महिला जज बनीं, जिसने भारतीय न्यायपालिका में एक नया मानक स्थापित किया।
1995 में, आयरलैंड के कवि एवं साहित्यकार हीनी को वर्ष 1995 के साहित्य पुरस्कार से सम्मानित करने की घोषणा की गई।
1997 में, प्रधानमंत्री इंद्र कुमार गुजराल ने महात्मा गांधी की प्रतिमा का अनावरण किया, जबकि भारतीय टेनिस खिलाड़ी लिएंडर पेस और महेश भूपति ने 'चाईना ओपन टेनिस टूर्नामेंट' का ख़िताब जीता। यह भारतीय खेलों के लिए गर्व का पल था।
1999 में, भारत ने व्यापक परमाणु परीक्षण प्रतिबंध संधि (सीटीबीटी) पर विशेष बैठक में शामिल नहीं होने का फैसला किया, जो सुरक्षा नीति के संदर्भ में एक महत्वपूर्ण निर्णय था।
2000 में, यूगोस्लाविया के राष्ट्रपति मिलोसेविच के खिलाफ विद्रोह हुआ, जिसने राजनीतिक परिवर्तन की संभावनाएं उजागर की। वहीं, 2001 में पाकिस्तान के राष्ट्रपति परवेज़ मुशर्रफ़ ने सेनाध्यक्ष पद पर अपना कार्यकाल अनिश्चितकाल के लिए बढ़ाया।
2004 में, अमेरिका ने पश्चिम एशिया पर अरब देशों के प्रस्ताव का विरोध किया। और 2005 में, खुशमिज़ाजी में भारत चौथे नंबर पर रहा, जो भारतीय समाज के लिए एक सकारात्मक संकेत था।
2007 में, नेपाल सरकार और माओवादियों के बीच समझौता न हो पाने के कारण संविधान सभा के लिए चुनाव रद्द हुआ। वहीं, परवेज मुशर्रफ़ और बेनजीर भुट्टो के बीच एक समझौता हुआ, जिसने पाकिस्तान की राजनीति में महत्वपूर्ण बदलाव लाए।
2008 में, केन्द्र सरकार ने सर्वोच्च न्यायालय के निर्देशानुसार 'सेतु समुंद्रम परियोजना' के लिए दूसरी जगहों का परीक्षण शुरू किया।
2011 में, एप्पल के पूर्व मुख्य कार्यकारी और सह-संस्थापक स्टीव जॉब्स का 56 वर्ष की आयु में निधन हो गया, जिसने टेक्नोलॉजी की दुनिया में एक बड़ा नुकसान पहुंचाया। वहीं, भारत में दुनिया का सबसे सस्ता 2250 रुपये का टैबलेट पीसी ‘आकाश’ लॉन्च किया गया, जो शिक्षा के क्षेत्र में एक नया अवसर लेकर आया।
5 अक्टूबर को जन्मे प्रमुख व्यक्ति:
- गुरुदास कामत (1954) - भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के राजनेता एवं प्रसिद्ध राजनीतिज्ञ।
- वी. वैथिलिंगम (1950) - पुदुचेरी के छठवें मुख्यमंत्री।
- हितेश्वर साइकिया (1936) - भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के वरिष्ठ नेता, जो दो बार असम के मुख्यमंत्री रहे।
- चो रामस्वामी (1934) - भारतीय अभिनेता और राजनीतिक व्यंग्यकार।
5 अक्टूबर को हुए निधन:
- विल्सन जोन्स (2003) - भारत के पेशेवर बिलियर्ड्स खिलाड़ी।
- भगवतीचरण वर्मा (1981) - हिन्दी जगत के प्रमुख साहित्यकार।
- दुर्गा प्रसाद खत्री (1937) - हिन्दी के प्रसिद्ध उपन्यास लेखकों में से एक।
- लॉर्ड कॉर्नवॉलिस (1805) - फ़ोर्ट विलियम प्रेसिडेंसी के गवर्नर-जनरल।
तो दोस्तों, यही है 5 अक्टूबर की कहानी। इस दिन की घटनाएं हमें यह सिखाती हैं कि इतिहास के पन्नों में हर एक दिन कुछ खास होता है, और हमें इसे समझने और याद रखने की आवश्यकता है।
अगर आपको हमारा कंटेंट पसंद आया हो, तो कृपया हमारे चैनल को जॉइन करें और सोशल अड्डाबाज़ को सब्सक्राइब करें! धन्यवाद!
No comments:
Post a Comment